# | विषेशज्ञ | विशेषज्ञता |
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1. | न्युरोलोजिस्ट | तंत्रिका तंत्र |
2. | नेफ्रोलोजिस्ट | गुर्दा |
3. | एंडोक्रिनोलोजिस्ट | अंत: स्रावी (नलिकाहीन) ग्रंथियां |
4. | गैस्ट्रोएनटेरोलोजिस्ट | पाचन तंत्र |
5. | हेपाटोलोजिस्ट | जिगर, अग्न्याशय और पित्त वृक्ष |
6. | हेमोटोलोजिस्ट | रक्त |
7. | रियुमैटोलोजिस्ट | जोड़, मांसपेशियाँ और हड्डियाँ |
8. | पल्मोनोलोजिस्ट | श्वसन तंत्र |
9. | ऑफथैलमोलोजिस्ट | आँखें |
10. | ऑन्कोलोजिस्ट | कर्क रोग |
11. | डर्मैटोलोजिस्ट | त्वचा |
12. | जेरोंटोलोजिस्ट | वृद्ध व्यक्ति |
13. | पिडियाट्रिशियन | शिशु तथा बच्चे |
14. | पोडियाट्रिस्ट | पैर |
15. | हृदय रोग विशेषज्ञ | हृदय |
16. | उरोलोजिस्ट | मूत्र पथ |
17. | गैनकोलॉजिस्ट | महिला प्रजनन स्वास्थ्य |
18. | आब्स्टिट्रिशन | गर्भावस्था और बच्चे का जन्म |
19. | पथोलॉजिस्ट | रोगों के कारण एवं प्रभाव |
20. | ऑर्थोपेडिस्ट | मस्कुलोस्केलेटल प्रणाली की चोटें |
एक गैनकोलॉजिस्ट महिला प्रजनन प्रणाली के स्वास्थ्य से संबंधित है। गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब, अंडाशय आदि। वे गर्भावस्था और प्रसव से संबंधित नहीं हैं। एक आब्स्टिट्रिशन गर्भावस्था और प्रसव तथा प्रसव के बाद माँ और बच्चे दोनों की देखभाल करता है। हिन्दी में गैनकोलॉजिस्ट को स्त्री रोग विशेषज्ञ और आब्स्टिट्रिशन को प्रसूति रोग विशेषज्ञ कहा जाता है ।
रुमेटोलॉजिस्ट और ऑर्थोपेडिस्ट दोनों ही मस्कुलोस्केलेटल प्रणाली के रोगों का निवारण करते हैं। एक रुमेटोलॉजिस्ट स्थितियों के औषधीय उपचार से संबंधित होता है जबकि एक ऑर्थोपेडिस्ट रोगों के सर्जिकल उपचार से संबंधित होता है। इस प्रकार, ऑस्टियोआर्थराइटिस, गाउट, रुमेटीइड गठिया जैसी स्थितियों का निवारण रुमेटोलॉजिस्ट द्वारा किया जाता है और हड्डी की चोटें, संयुक्त प्रतिस्थापन आदि का आर्थोपेडिस्ट द्वारा निवारण किया जाता है।
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